"कसूर उनका नहीं हमारा ही है….
हमारी चाहत ही इतनी थी कि उनको गुरूर आ गया।"
"जा माफ़ किया जी ले अपनी मर्ज़ी की ज़िन्दगी ,
हम मोहब्बत के बादशाह है बेवफाओं को मुँह नहीं लगाते।"
"ना जाने कौन से गुनाह कर बैठे हैं। …
जो तमन्नाओं की उम्र में तज़ुर्बे मिल रहे हैं।"
"मरने को मर भी जाऊँ कोई मसला नहीं,
लेकिन ये तय तो हो कि अभी जी रही हूँ मैं !!"
"तनहा ही उम्र गुजरती है,
लोग तसल्लिया देते है साथ नहीं !!"
"कुछ आधी-अधूरी सी हैं हम दोनों की #जिंदगी....
तुम्हें #सुकून की #तलाश हैं और मुझे #तुम्हारी..!!
😔😘👩"
"“मोहब्बत” की तरह “नफरत” का भी
साल में एक ही दिन तय कर दो कोई…..
ये रोज़-रोज़ की नफरतें अच्छी नहीं लगतीं..!!"
"कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग…
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते…."
"याद उन्ही की आती है,
जिनसे दिल के तालुक हो ,
हर किसी से मोहब्बत हो ऐसा तो मुमकिन नहीं"
"मुद्दत बाद जब उसने मेरी खामोश आँखें देखी तो
ये कहकर फिर रुला गया कि लगता है अब सम्भल गए हो"