
"रोज दिन पूरा हो जाता है..,
कुछ कहानियाँ अधूरी छोड़कर !!"
"बड़ा ही हसीन वहम है...
कि हम उनके लिए अहम हैं...!!!"
"वो रोया तो बहुत होगा खाली कागज़ देख कर..
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है.. उसने पूछा था ख़त में…"
"अजीब कशमकश है जान किसे दें।
वो भी आ बैठे और मौत भी।"
"छोङो ना यार, क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ,
किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ.."
"जिस कदर तुमने भुला रखा है कभी सोचना,
हम सब छोड़कर निकले थे एक तेरी मोहब्बत के लिये.."
"हर रात गुजर रही है रूठने और मनाने में…….
कहीं साँसें थम ना जाए मेरी…
हमारे प्यार को बचाने में…….."
"बडी मुश्किलों से सीखा हे जीना,
दूर तुझसे होकर तेरे बिना….
लोटकर फिर न आना,
वरना जीकर भी मर जाऊँगा तेरे बिना"
"मैं रोज़ लफ़्ज़ों में बयान करता हूँ अपना दर्द,
और सब लोग सिर्फ़ वाह-वाह कह कर चले जाते है"
"जरा खुद ही सोचना क्या गुज़रेगी उस दिन तुम पर……
जब तू चाहेगी मुझे मेरी तरह और मैं
छोड दूँगा तुझे तेरी तरह.."