"उसे मेरे जनाजे की दावत मत देना
ये मेरे मोहब्बत की तोहीन हो गी
ऐ दोस्तो क्या वह पैदल सफर करे...
ओर हम चार कंधो पर सफर करे."
"दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो ज़िंदा है आपके लिए…"
"मिलना इत्तिफाक था, बिछड़ना नसीब था;
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था;
हम उसको देखने क लिए तरसते रहे;
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था।"
"मेरा यूँ टुटना और टूटकर बिखर जाना कोई इत्फाक नहीं..
किसी ने बहुत कोशिश की है मुझे इस हाल तक पहुँचाने में…"
"बात मुक्कदर पे आ के रुकी है वर्ना,
कोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे चाहने में ।"
"वो अक्सर मुझसे पूछा करती थी,
तुम मुझे कभी छोड़ कर तो नहीं जाओगे,
काश मैंने भी पूछ लिया होता ।"
"तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल..
जिनके चाहने वाले ज्यादा हो..
वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं"
"कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,
बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे.."
"मैंने भी दिल के दरवाजे पर चिपका दी है एक चेतावनी,
फ़ना होने का दम रखना तभी भीतर कदम रखना।"
"तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,
पर इनको ये बताना नहीं आया,
सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी,
पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया..."